Chandauli News: दून एक्सप्रेस का ठहराव पुनः प्रारंभ होने के अवसर पर इसका श्रेय लेने के लिए मची राजनीतिक होड़- जिलाध्यक्ष धर्मेंद्र तिवारी

चंदौली: रेलवे मंत्रालय द्वारा चंदौली मझवार रेलवे स्टेशन से दून एक्सप्रेस का ठहराव पुनः प्रारंभ होने के अवसर पर इसका श्रेय लेने के लिए मची राजनीतिक होड़ से जनता अपने आपको को ठगी महसूस कर रही है। ट्रेन को हरी झंडी दिखाने के लिए राजनीतिक दलों के जिले में विद्यमान कुल तीन सांसद और विधायक की उपस्थिति ने अवसर को हास्यास्पद बना दिया है।

कांग्रेस के जिलाध्यक्ष धर्मेन्द्र तिवारी ने कहा कि यह एक राजनीतिक ड्रामेबाजी के अलावा कुछ नही है। चंदौली मझवार स्टेशन पर दून एक्सप्रेस का ठहराव तत्कालीन कांग्रेस के ब्लाक अध्यक्ष अब्दुल अलीम साहब के कहने मात्र से पंडित कमलापति त्रिपाठी ने करा दिया था। आज उसी ट्रेन का पुनः ठहराव होने पर तीन सांसद और विधायक श्रेय ले रहे हैं। सियालदह एक्सप्रेस का ठहराव पं. कमलापति त्रिपाठी ने वर्ष 1976 में चन्दौली और सैयदराजा स्टेशन पर कराया था। वर्ष 1980 में दून एक्सप्रेस को नरवन क्षेत्र के दर्जनों गांवों की मांग पर लगातार तीसरे स्टेशन कर्मनाशा पर रोकने का आदेश भी किया था। बाद की सरकारों में ये ठहराव खत्म कर दिए गए थे।
कहा कि मई 1980 में ब्लाक बरहनी नरवन के दौरे से लौटकर पंडित कमलापति त्रिपाठी चंदौली डाक बंगले में आराम करने के बाद करीब चार बजे ड्राइंग रूम में आए। सबसे ऊंचे कद के वांचू साहब तत्कालीन डीआरएम मुगलसराय, जो बाद में रेल बोर्ड चेयरमैन भी बने थे से मुखातिब हुए। बोले कि वांचू जी आज नरवन क्षेत्र के लोग मांग कर रहे थे कि दून एक्सप्रेस कर्मनाशा स्टेशन पर भी रोकी जाय, उससे दर्जनों गांवों को सुविधा होगी। चन्दौली मझवार और सैयदराजा में ट्रेन पहले से रूक ही रही थी। उन्होंने पूछा कि दून एक्सप्रेस इधर से कब जाती है। तब वांचू साहब बोले कि छह बजे डाउन लाइन पर जायेगी। तब रेलमंत्री त्रिपाठी जी ने कहा कि आप ऐसा करिए कि आज से ही कर्मनाशा स्टेशन भी पर ट्रेन रोकना शुरू कर दीजिए मैं दिल्ली जाऊंगा। तो आपके पास आदेश आ जाएगा। दो घंटे बाद उसी दिन से दून एक्सप्रेस ट्रेन लगातार तीसरे कर्मनाशा पर भी ठहरने लगी थी।
जिले में मंडल रेल प्रबंधक कार्यालय स्थापित करके भारतीय रेलवे के मानचित्र पर चंदौली को प्रमुख स्थान दिया था। कांग्रेस ने मुगलसराय रेलवे जंक्शन की बिल्डिंग बनवाया। वाराणसी कैण्ट रेलवे स्टेशन बनवाया। इसके बावजूद इतना झण्डा नहीं दिखाया होगा जितना झण्डा जिले के माननीय सांसद गणों एवं नेताओं ने चन्दौली मझवार स्टेशन पर देहरादून एक्सप्रेस के मात्र दो मिनट के ठहराव का श्रेय लेने के लिए दिखाया। कांग्रेस के विकासोन्मुखी कार्यक्रमों और परियोजनाओं को बन्द कर के उसे पुनः चालू करने और उनका नाम बदलकर अपनी योजना बताना मोदी सरकार की जुमलेबाजी से ज्यादा कुछ नही है। जनपद में रेलवे के स्लीपर कारखाना लगाने की पुरानी मांग को सरकार द्वारा पूरा किया जाना चाहिए। जिसके लिए पंडित कमलापति त्रिपाठी ने नौबतपुर में जमीन भी अधिग्रहण कराया था। श्री तिवारी ने कहा सत्ता पक्ष के नेताओं व प्रतिनिधियों के द्वारा चन्दौली मझवार स्टेशन पर एकात्मता एक्सप्रेस, रांची इंटरसिटी एक्सप्रेस, महाबोधि एक्सप्रेस, सियालदह एक्सप्रेस सहित लखनऊ, दिल्ली व मुम्बई जाने वाली ट्रेनों का भी ठहराव कराना चाहिए।