Chandauli News: अपनी समृद्ध परम्पराओं एवं मूल्यों का संरक्षण करना हमारी नैतिक जिम्मेदारी

चंदौली/पीडीडीयू नगर: हमारा देश अपनी परम्पराओं एवं मूल्यों से समृद्ध देश है। जिससे जीवन और समाज को सुंदर बनाने में सहयोग मिलता है। इसलिए इनका संरक्षण करना हमारी नैतिक जिम्मेदारी है। उक्त बातें राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के प्रांत प्रचारक रमेश जी ने संस्कार भारती चंदौली के तत्वावधान में भारतीय नववर्ष की पूर्व संध्या पर नगर के एक लॉन में वृहत सांस्कृतिक महोत्सव में मुख्य अतिथि के रूप में कही।
कार्यक्रम का उद्घाटन मुख्य अतिथि सहित संस्कार भारती के काशी प्रांत के अध्यक्ष डॉ गणेश प्रसाद अवस्थी, संगठन मंत्री दीपक शर्मा व पर्यटन अधिकारी चंदौली नितिन द्विवेदी सहित अन्य अतिथियों ने दीप प्रज्वलित करके किया तत्पश्चात नटराज पूजन और संस्था का ध्येय गीत हुआ। ध्येय गीत के बाद श्रुति पांडे द्वारा शिव स्तुति पर सुंदर नृत्य प्रस्तुत करके सबक मन मोह लिया। नृत्य के बाद युवा कवि डॉ सुरेश अकेला के संचालन में कवि सम्मेलन हुआ। जिसमें रायबरेली से उत्कर्ष उत्तम, बलिया से प्रतिभा यादव, वाराणसी से कल्याण सिंह विशाल सहित स्थानीय हास्य कवि रोहित पाण्डेय एवं समीर भृगुवंशी ने कविताओं से शमा बांधे।

कवि सम्मेलन के बाद आकांक्षा झा द्वारा नृत्य प्रस्तुति की गई। इसके बाद प्रसिद्ध गायक ओम तिवारी द्वारा भावपूर्ण विभिन्न रसों से युक्त गीतों की प्रस्तुति हुई। गीत संगीत के बाद माता अहिल्याबाई होलकर के जीवन पर आधार एक सुंदर प्रभाशाली नाट्य की प्रस्तुति हुई जिसके निर्देशन सुधीर पाण्डेय के द्वारा किया गया। अंत में गायक विजय राज के द्वारा कई गानों की प्रस्तुति की गई। समापन वंदे मातरम एवं राष्ट्रगान से हुआ। समापन के बाद भारतीय नए वर्ष के आगमन के उत्साह में भव्य आतिशबाजी भी की गई।

कार्यक्रम का संचालन डॉ सुरेश अकेला एवं धन्यवाद ज्ञापन संस्था के जिलाध्यक्ष सतीश जिंदल ने किया। इस अवसर पर मुख्य रूप से आनंद तोदी, विजय कुमार गुप्ता, ओपी जिंदल, संजय राय, दिलीप कुमार मौर्य, आलोक सिंह, एडवोकेट त्रिलोकी सिंह,सुधीर भास्कर राव पाण्डेय, डॉ मनोज सिंह, शरद चंद्र मिश्र, राजकुमार जायसवाल, डॉ मुकेश प्रताप सिंह, सुनील केशरी, अनीता कुशवाहा, प्रीति श्रीवास्तव, उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन डॉ. सुरेश अकेला एवं धन्यवाद ज्ञापन अध्यक्ष सतीश जिंदल ने किया। कार्यक्रम का सम्मान वंदे मातरम गायन एवं राष्टगान से हुआ।