

वाराणसी: छः दिवसीय बालिका आत्मरक्षा प्रशिक्षण वाराणसी के द्वितीय बैच का शुभारंभ हुआ। शिक्षा के साथ-साथ बालिकाओं को मानसिक तथा शारिरिक रूप से शक्तिशाली बनाना प्रशिक्षण का मूल उद्देश्य। उक्त बातें दिन सोमवार को जिला ग्राम्य विकास संस्थान, परमानंदपुर में वीरांगना रानी लक्ष्मीबाई बालिका आत्मरक्षा विषयक 6 दिवसीय प्रशिक्षण वाराणसी के द्वितीय बैच के शुभारंभ के अवसर पर जिला प्रशिक्षण अधिकारी विमल कुमार सिंह ने कही।
उन्होंने प्रशिक्षुओं के बीच कहा की शासन के मंशा के अनुरूप यह प्रशिक्षण ग्यारह से चौदह वर्ष के स्कूली बालिकाओं को दिया जाना है। इसलिए वाराणसी जनपद के काशी विद्यापीठ, हरहुआ, बड़ागांव, सेवापुरी, आराजीलाइन विकास खण्ड व नगर के 54 व्यायाम शिक्षकों को यहां प्रशिक्षण दिया जा रहा है। यही प्रशिक्षुगण अपने-अपने विद्यालय पहुंचकर बालिकाओं को आपात परिस्थितियों से निपटने के लिए आत्मरक्षार्थ कौशल विकसित करने का काम करेंगे।

वहीं कार्यक्रम में उपस्थित जिला व्यायाम शिक्षिका पूनमलता सिंह ने कहा की समाज में बालिकाओं को आगे बढ़ाने के लिए उनमें भयमुक्त वातावरण बनाए रखने के लिए यह प्रशिक्षण बहुत ही महत्वपूर्ण है, इसलिए सभी प्रशिक्षु पूरी निष्ठा के साथ यह प्रशिक्षण लेने का काम करें। जिससे सरकार की मंशा पूरी हो सके। इस दौरान मुख्य प्रशिक्षक मो. आज़ाद हुसैन और सहायक प्रशिक्षक सुमित कुमार ने प्रथम दिन प्रशिक्षण में आत्मरक्षा के कई कौशल को प्रैक्टिकल के माध्यम से बताया। प्रशिक्षण में सुरेश तिवारी, अमरनाथ द्विवेदी, सुरेश पाण्डेय, विभोर भृगुवंशी, आकांक्षा मौर्या, दिव्या कुमारी, दीपिका सिंह, झिंकेश्वरी दास, रविशंकर शर्मा, पूजा गुप्ता, सपना वर्मा, वर्षा कुमारी, अविनाश पाण्डेय सहित आदि की उपस्थिति रही।