Image Slider
Image 2 Image 2 Image 2
चंदौली

Chandauli: श्रद्धालुओं की सुविधा और सुरक्षा को लेकर पुलिस नहीं रही मुस्तैद, जिला प्रशासन का नहीं रही कोई प्लानिंग सड़कों पर उमड़ी श्रद्धालुओं की भीड़

ऑटो रिक्शा चालकों द्वारा कार्तिक पूर्णिमा नहान पर श्रद्धालुओं से मनमाने वसूले गए पैसे यात्री हुए परेशान

पीडीडीयू नगर: लोक आस्था भारतीय संस्कृति कार्तिक पूर्णिमा नहान पर श्रद्धालुओं की सुविधा और सुरक्षा को लेकर पिकेट पर पुलिस नहीं रही मुस्तैद, जिला प्रशासन की नहीं रही कोई प्लानिंग सड़कों पर उमड़ी श्रद्धालुओं की भीड़ ऑटो रिक्शा चालकों द्वारा अधिक और मनमाना वसूला किराया।

कार्तिक पूर्णिमा नहान को लेकर ऑटो रिक्शा चालकों द्वारा अधिक और मनमाना किराया वसूला गया जिला प्रशासन द्वारा किसी तरीके की कोई हिदायत और सुरक्षा व्यवस्था नहीं की गई थी ना ही डीडीयू रेलवे स्टेशन स्थित बाटा शोरूम पुलिस पिकेट पर कोई पुलिस कर्मी मौजूद रहा। डीडीयू रेलवे स्टेशन के बाहर ऑटो रिक्शा चालकों ने मुगलसराय से राजघाट, बनारस सफर करने वाले श्रद्धालुओं से 100 रूपये के दर से मनमाना किराया वसूला गया।

बताते चले कि लोक आस्था का पर्व कार्तिक पूर्णिमा पर पवित्र नदी में स्नान और दान करने का विशेष महत्व होता है। चंदौली जिले सटे बिहार से इस अवसर पर बनारस गंगा स्नान को जाने वाले श्रद्धालु कार्तिक पूर्णिमा पर स्नान के उमड़ने वाली भीड़ को लेकर जिला प्रशासन द्वारा कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया। मुगलसराय से वाराणसी स्थित गंगा नदी में स्नान को जाने वाले श्रद्धालुओं की सुविधा और सुरक्षा को लेकर चंदौली प्रशासन द्वारा पीडीडीयू नगर में नहीं रही कोई प्लानिंग सड़कों पर उमड़ी श्रद्धालुओं की भीड़ वहीं ऑटो रिक्शा चालकों द्वारा मनमाने तरीके से वसूले गए किराये।

जिला प्रशासन द्वारा कार्तिक पूर्णिमा नहान को लेकर ऑटो रिक्शा संघ के पदाधिकारियों से बैठक करना उचित नहीं समझा जिला प्रशासन ना ही सुरक्षा को लेकर पीडीडीयू रेलवे स्टेशन गेट के पुलिस पिकेट पर पुलिस रही मुस्तैद। कार्तिक पूर्णिमा नहान लेकर चंदौली जिला प्रशासन द्वारा इस पर्व के लिए पुलिस व आरटीओ विभाग की संयुक्त टीम का गठन कर इस दिशा में प्रभावी कदम उठाने हेतु निर्देशित नहीं किया गया। कार्तिक पूर्णिमा नहान को लेकर ऑटो रिक्शा के मानक दर निर्धारण हेतु समिति का गठन व निश्चित समय अंतराल में उसकी बैठक आयोजित नहीं किया गया। जिससे श्रद्धालुओं को काफी ज्यादा मुश्किलों का सामना करना पड़ा।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button

You cannot copy content of this page