Chandauli: मानस एवं अध्यात्म प्रचार समिति की ओर से नौ दिवसीय श्रीराम कथा का आयोजन
चंदौली: मानस एवं अध्यात्म प्रचार समिति की ओर से श्रीराम जानकी शिव मठ मंदिर के परिसर में नौ दिवसीय श्रीराम कथा का आयोजन किया गया है। बुधवार को कथावाचक सोनभद्र से पधारे चंद्रबलि दास ने प्रभु श्रीराम की कथा का सुदंर वर्णन किया। कहा कि जीव आत्मा व परमात्मा के बीच की कड़ी महात्मा होते है। संतो के दर्शन मात्र से मनुष्य के पापों का अंत हो जाता है।
आचार्य उद्दयन मानस मयंक ने रामचरित मानस प्रसंग का विस्तार से वर्णन किया। पं. रामचंद्र मिश्र ने माता सती व पार्वती कथा का वणर्न किया। बताया कि जब माता सती दक्ष प्रजापति के यहां आयोजित यज्ञ कुंड में जलकर भस्म हो जाती है। तब वहीं से विश्वास की प्रतीक माता पार्वती का प्रार्दुभाव होता है। इससे हमे शिक्षा मिलती है कि ईश्वर के प्रति कुर्तक नही करना चाहिए। सिद्वपीठ गीता धाम सासाराम से पधारे कथावाचक सोनेश्वरानंद ने गीता योग का विषय है। भागवत पुराण वियोक का विषय है और महाभारत संयोग का विषय है।
शक्तिपीठ मैहर धाम से पधारी महामंडलेश्वर अन्नपूर्णा ने कहा कि जीवन की व्यथा मिटाने की शक्ति सिर्फ भगवान में है। वह शक्ति भगवान की भक्ति में है। इसलिए मनुष्य को अपना सारा कार्य करते हुए कुछ समय हरि संर्कीतन में भी व्यतीत करना चाहिए। कलियुग में भगवान का नाम सुमिरन करने से ही मोक्ष की प्राप्ति संभव है। माताए गृहस्थ आश्रम का पालन करते हुए भगवान की पूजा पाठ व आराधना कर अपना जीवन संवार सकती है। साथ ही परम धाम को प्राप्त करती है। इस मौके पर हरिद्वार सिंह, शिव बच्चन सिंह, दिनेश तिवारी, जयशंकर द्विवेदी, मंगला राय, सिविल बार महामंत्री हरेन्द्र प्रताप सिंह, रामसेवक, पंकज तिवारी, मृत्युजंय तिवारी आदि मौजूद रहे।