Chandauli News: शासन की ओर से चंदौली सीडीओ अपराजिता सिंह को मुख्य विकास अधिकारी के पद पर नई तैनाती
चंदौली: जनपद मे शुक्रवार की देर शाम शासन की ओर से सीडीओ अपराजिता सिंह को मुख्य विकास अधिकारी के पद पर नई तैनाती की गई। अपराजिता सिंह एक ऐसी प्रशासनिक अधिकारी हैं जो चिकित्सक से आईएएस अधिकारी बनीं हैं। बताते चले कि अपराजिता सिंह जब यूपीएससी की तैयारी कर रही थी। उसी दौरान उन्हें फ्रैक्चर हो गया था। इसके बावजूद उन्होंन ऑल इंडिया में 82वीं रैंक हासिल किया। इस दौरान उन्हें कई बाधाओं को पार करना पड़ा।
व्यवसाय, इंजीनियरिंग, चिकित्सा के साथ अन्य विभिन्न क्षेत्रों के अभ्यर्थी यूपीएससी उत्तीर्ण करने के लक्ष्य के साथ आते हैं। हर साल लाखों उत्सुक आवेदक परीक्षा के लिए अपनी तैयारी करते हैं। लेकिन केवल कुछ चुनिंदा लोग ही आईएएस, आईपीएस आदि बनने के अपने सपने को पूरा करने में सफल होते हैं। यह कारनामा अपराजिता सिंह ने भी कर दिखाई। आईएएस अपराजिता सिंह चिकित्सा क्षेत्र से जुड़े परिवार से हैं। उनके दोनों छोटे भाई उत्कर्ष और आयुष के साथ ही उनकी माँ डॉ. नीता और पिता डॉ. अमर सिंह भी चिकित्सक हैं। सभी राजस्थान के भरतपुर जिले में चिकित्सा सेवा करते हैं। परिवार में सभी डॉक्टर थे इसीलिए वे चिकित्सक से आईएएस अधिकारी बन गईं।
अपराजित सिंह हरियाणा के रोहतक में अपने नाना-नानी के घर में स्कूल की पढ़ाई की। उन्होंने 2017 में पोस्ट-ग्रेजुएट इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज (पीजीआईएमएस) से एमबीबीएस में स्नातक की उपाधि प्राप्त की। अपराजिता को वह समय याद आया जब स्कूल में उनकी लिखावट इतनी खराब थी कि उनके शिक्षक ने उन्हें परीक्षा में ग्रेड देने से भी इनकार कर दिया था। आईएएस अपराजिता सिंह सोशल मीडिया पर आज भी काफी एक्टिव रहती हैं। वह अक्सर सोशल मीडिया पर तस्वीरें अपलोड करती रहती हैं। अपराजिता सिंह ने कहा कि यदि कोई खुद से ठान ले तो कोई भी बाधा उसका रास्ता नहीं बदल सकती है। आंध्र प्रदेश में तैनाती के बाद उन्होंने आईपीएस अफसर देवेन्द्र कुमार से शादी कर ली और उसके बाद उनका कैडर भी बदल गया। अब वह अपने पति के साथ यूपी कैडर में तैनात हैं। शासन ने उनको जनपद मे तैनाती की है।