चंंदौली: जन सहयोग संस्थान की ओर से सदर ब्लॉक के पचास कंपोजिट स्कूल एवं उच्चतर माध्यमिक स्कूलों में प्रोजेक्ट छलांग ई.एल.एम.एस. और पीरामल फाउंडेशन के सहयोग से चलाया जा रहा है। छात्रों का शिक्षा के साथ शारीरिक विकास बहुत महत्वपूर्ण है। शारीरिक गतिविधियों, व्यायाम, खेल और स्वस्थ जीवनशैली को शिक्षा के हिस्से के रूप में शामिल करने से छात्रों का सामाजिक, शारीरिक और मानसिक विकास होता है। इससे उनकी स्वस्थता, आत्मविश्वास और कौशल में सुधार आता है। शिक्षा में शारीरिक गतिविधियों को सम्मिलित करके छात्रों को समृद्ध और संतुलित विकास का अवसर मिलता है।
फिजिकल एजुकेशन विद्यालयों या संस्थानों में छात्रों को शारीरिक गतिविधियों, खेल और स्वास्थ्य से जुड़े क्षेत्रों में शिक्षा प्रदान करती है। यह उन्हें नियमित व्यायाम, खेल और स्वस्थ जीवनशैली के महत्व को समझाती है। फिजिकल लिटरेसी शारीरिक क्षमताओं के विकास को दर्शाता है और यह व्यक्ति को शारीरिक कौशल, ज्ञान और समझ के साथ विभिन्न शारीरिक गतिविधियों में सक्षम बनाता है। दोनों ही क्षेत्र शिक्षा, समाज और स्वास्थ्य के माध्यम से छात्रों के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। प्रोजेक्ट छलांग के साथ ही सामाजिक कार्यों में भी जन सहयोग संस्थान द्वारा कार्यक्रम का आयोजन किया जाता है।
वही विगत 14 नवंबर बाल दिवस के अवसर पर पूर्व प्रधानमंत्री चाचा नेहरू के जीवन के बारे में बताया गया और उनके योगदान के बारे में जानकारी दी गई। इसका आयोजन सदर के स्कूल मांचिया कला, सुल्तानपुर, उरगाँव, बनौली खुर्द आदि विद्यालयों पर किया गया। इस मौके पर संस्था अध्यक्ष अजीत सोनी, प्रोग्राम मैनेजर विकास यादव, फील्ड कॉर्डिनेटर विजय कुमार, अंकित सिंह, मैनुद्दीन आदि मौजूद रहे।