Chandauli News: जिला न्यायालय एवं मुख्यालय निर्माण संघर्ष समिति का आंदोलन 108वें दिन तक अनवरत जारी
चंदौली: जिला न्यायालय एवं मुख्यालय निर्माण संघर्ष समिति ने मंगलवार को आंदोलन के 108वें दिन जिला प्रशासन व स्थानीय जनप्रतिनिधियों के खिलाफ हुंकार भरी। इस दौरान अधिवक्ताओं ने राजनेताओं के कृत्य व जिला प्रशासन की शिथिलता पर नाराजगी जाहिर की। कहा कि आंदोलन अनवरत जारी है और अधिवक्ताओं के आपसी तालमेल व समन्वय से मजबूती के साथ इसे आगे बढ़ाया जाएगा। कहा कि जिला प्रशासन को अधिवक्ताओं ने पर्याप्त समय दिया। बावजूद इसके जिला प्रशासन सत्ता पक्ष के इशारे पर काम करने को विवश है। जनहित व अधिवक्ता हित से जुड़े मुद्दों पर जिला प्रशासन पूरी तरह से संवेदनहीन बना हुआ है।
इस दौरान पूर्व अध्यक्ष बजरंगी यादव ने कहा कि जिले के सम्मान की लड़ाई लड़ी जा रही है जिसको न्यायालय निर्माण संघर्ष समिति पूरी शिद्दत और जनून के साथ लड़ रही है। इसमें प्रत्येक अधिवक्ता को समिति का साथ देना चाहिए और हम सभी लोग इसके साथ पूरी ताकत के साथ खड़े हैं। साथ ही उन्होंने कहा कि क्षेत्रीय जनप्रतिनिधियों को भी अपने घमण्ड को छोड़कर जनपद के विकास पर ध्यान देना चाहिए। अन्यथा जनता जो आपका चयन कर सकती है वह आपको नकार भी सकती है। लिहाजा लोकतांत्रिक मूल्यों का सम्मान करते हुए लोक हित में कार्य करने के अपने उत्तरदायित्व का निर्वहन करें।
पूर्व अध्यक्ष शेषबदन सिंह ने कहा कि दिल्ली तक पैदल चलकर चंदौली के अधिवक्ताओं ने अपने मजबूत इरादे दर्शा दिए हैं। चंदौली के अधिवक्ताओं सहित स्थानीय जन को फर्क करना चाहिए। उन्होंने इस साहसिक निर्णय लेने और उस पर अमल करने वाले अधिवक्ताओं की जमकर सराहना की और कहा कि इससे प्रेरित होकर जनहित के लिए आंदोलन को गति देने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि अब अधिवक्ता आंदोलन किसी भी हाल में नहीं रुकेगा। अधिवक्ताओं के आंदोलन का ही प्रभाव है जिला प्रशासन अब चंदौली के विकास को लेकर धीरे-धीरे गंभीरता दिखा रहा है। इस अवसर पर जन्मेजय सिंह, प्रतिमा दुबे, प्रवीण सिंह, रितू भारती, फिरोज खान, सत्येंद्र बिंद, योगेंद्र सिंह, मुन्ना प्रसाद, वीरेंद्र सिंह छोटे, सुनील सिंह मुखिया, अभय यादव, रमाशंकर, पंकज सिंह, सुजीत सिंह, महेंद्र चतुर्वेदी, प्रवीण तिवारी, संदीप राय आदि उपस्थित रहे। संचालन धनंजय सिंह ने किया।