पीडीडीयू नगर: सनबीम स्कूल मुगलसराय के हरित प्रांगण में दिन शुक्रवार से चल रहे जिला ओलंपिक खेल प्रतियोगिता का 10 अक्टूबर दिन मंगलवार को पुरस्कार वितरण समारोह के साथ समापन हुआ। इस प्रतियोगिता में 18 खेलों के माध्यम से विद्यार्थियों ने अपने जज़्बा, उत्साह और कौशल का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करते हुए स्वर्ण पदक, रजत पदक और कांस्य पदक अपने नाम किये। लगभग दो हजार से अधिक खिलाड़ियों ने इस प्रतियोगिता में भाग लिया जिसमें सीबीएसई, आईसीएसई और यू. पी. बोर्ड के विद्यालयों के विद्यार्थियों के साथ ही साथ स्वतंत्र खिलाड़ी भी रहे।
ओलम्पिक खेल प्रतियोगिता के समापन समारोह का शुभारंभ विशिष्ट अतिथि सब डिविजनल मजिस्ट्रेट, चंदौली अविनाश कुमार, सीनियर डीएसटीई बी.के.यादव, जिला क्रीड़ा अधिकारी कर्मवीर सिंह जी, एवम् सुविख्यात पहलवान के.के.यादव तथा विद्यालय के सेक्रेटरी यदुराज कानूडिया जी एवं आयोजन अध्यक्षा व निदेशिका श्वेता कानूडिया जी और प्रधानाचार्य सी.के.पालित जी के द्वारा संयुक्त रूप से मंत्रोचार के साथ दीप प्रज्वलित कर किया गया। विद्यालय के सेक्रेटरी, निदेशिका, प्रधानाचार्य और उप प्रधानाचार्य ने ‘अंगवस्त्र’ और ‘उपहार’ भेंट कर अतिथियों का स्वागत व अभिनंदन किया।
विद्यालय प्रधानाचार्य सी.के.पालित ने अपने उद्बोधन में कहा कि जिला ओलंपिक खेल प्रतियोगिता के आयोजन ने अपने निर्धारित लक्ष्य को शत-प्रतिशत प्राप्त किया। इस दौरान के के यादव ने कहा कि खेल व्यक्ति को जीतने की प्रेरणा देता है, जिससे जीवन में असफलता मिलने पर निरंतर आगे बढ़ने की प्रेरणा मिलता रहता है, जिले के विद्यार्थियों के लिए ये अवसर नहीं, सुअवसर रहा अपनी प्रतिभा दिखाने का। उन्होंने आगे यह भी कहा कि आज के इस समापन समारोह कार्यक्रम में राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर के ख्यातिलब्ध खिलाड़ियों की उपस्थिति, विद्यार्थियों के लिए प्रेरणा और मार्गदर्शन का कार्य कर रही है।
विद्यालय के स्पोर्ट कैप्टन विवेक सिंह द्वारा अपनी रिपोर्ट के माध्यम से जिला ओलंपिक खेल प्रतियोगिता के महत्वपूर्ण बिंदुओं पर प्रकाश डाला गया। विद्यार्थियों ने सांस्कृतिक कार्यक्रम के अंतर्गत ‘खेल-खेल मैदान में’ गीत पर नृत्य प्रस्तुत कर दर्शकों का मन मोह लिया। खेलों के महाकुंभ में पदक प्राप्त पदकवीरों को तीन चरणों में पुरस्कार प्रदान किए गए। जिसके प्रथम चरण में संयुक्त रूप से श्री अविनाश कुमार, के.के.यादव और यदुराज कानूडिया जी के द्वारा चेस, स्केटिंग, आर्चरी, टेबल टेनिस, बॉक्सिंग, बास्केट बॉल खेल प्रतियोगिता के विजेताओं व उपविजेताओं को स्वर्ण पदक, रजत पदक और कांस पदक तथा प्रमाणपत्र देकर पुरस्कृत किया गया पुरस्कार पाकर विद्यार्थियों के चेहरे खिल उठे।
समापन समारोह कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि अविनाश कुमार ने अपने संबोधन में कहा कि खेल के प्रति बच्चों के उत्साह को देखकर ऐसा लग रहा है कि इनका भविष्य इसमें उज्ज्वल और सुरक्षित है। उन्होंने आगे यह भी कहा कि एशियन गेम में हमने पदकों का शतक लगाया जिसमें 50 प्रतिशत पदक संयुक्त टीम के प्रयास से जीते हैं इसलिए हमारे अंदर एकता और सहयोग का भाव होना चाहिए। पुरस्कार वितरण कार्यक्रम के द्वितीय चरण में बी.के.यादव और श्वेता कनूडिया के द्वारा वॉलीबॉल बालक वर्ग और बालिका वर्ग , नेटबॉल बालक वर्ग और बालिका वर्ग, फुटबॉल बालक वर्ग, क्रिकेट बालक वर्ग, हैंडबॉल, कबड्डी प्रतियोगिता के विजेताओं व उपविजेताओं को पदक और प्रमाणपत्र देकर पुरस्कृत किया गया। अतिथि बी.के.यादव ने अपने संबोधन में कहाकि वर्तमान युग में विद्यार्थियों अंदर सामाजिक कौशल का विकास होना सबसे आवश्यक है। जिससे वह सफलता के क्षेत्र में अपना शत-प्रतिशत देकर लक्ष्य को प्राप्त कर सके।
पुरस्कार वितरण कार्यक्रम के तृतीय चरण में कर्मवीर सिंह और प्रधानाचार्य के द्वारा संयुक्त रूप से योग, रेसलिंग, कराटे, वेट लिफ्टिंग, एथलेटिक के सफल विद्यार्थियों को मेडल और सर्टिफिकेट देकर पुरस्कृत किया गया। जिला क्रीड़ा अधिकारी कर्मवीर सिंह जी ने कहा कि जीवन में खेलकूद का काफी महत्त्व है। इससे स्कूल स्तर से ही छात्रों में आगे बढ़ने की प्रवृत्ति जागृत होती है। इसके अलावा खेलकूद से विद्यार्थियों का स्वास्थ्य व मस्तिष्क सुदृढ़ होता है। उन्होंने यह भी कहा कि ऐसे ही खेल का आयोजन होते रहे और विद्यार्थी खेल में अपने प्रतिभा को दिखा सकें। कार्यक्रम के अंत में ओलंपिक ध्वज को ससम्मान नीचे किया गया। तथा राष्ट्रगान से कार्यक्रम समाप्त हुआ।इस अवसर पर जिला ओलंपिक संघ से जुड़े अधिकारीगण, विविध क्रीड़ाओं के कोच तथा राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पदक विजेता जिले के खिलाड़ी व चंदौली जिले सुदूर क्षेत्रों से आए हुए प्रतिभाशाली खिलाड़ी उपस्थित रहें।