Chandauli News: महारानी दुर्गावती का बलिदान इतिहास के पन्नों में है अमर- सत्यनारायण
सकलडीहा: महारानी दुर्गावती के जन्मोत्सव पर तहसील परिसर में अधिवक्ता चेंबर में गोंड़ समुदाय के लोगों ने महारानी दुर्गावती के जन्मोत्सव को बड़े धूमधाम के साथ मनाया। गौरतलब हो कि भारत के गौरवशाली इतिहास के पन्नों में स्वर्णिम अक्षरों में महारानी दुर्गावती के वीर गाथाओं की अद्भुत श्रृखंला का वर्णन किया गया है वही आदिवासी समुदाय अपने जाति परम्परा का आदर्श मानते हुए महारानी दुर्गावती के जन्मोत्सव एवं पुण्यतिथि को बड़े ही धूमधाम एवं हर्षो उल्लास के साथ प्रत्येक वर्ष मनाता है।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए एससी एसटी पूर्व जिलाध्यक्ष रामजनम गोंड़ ने कहा कि भारत की वीरांगना महारानी दुर्गावती के बलिदान को हमेशा याद किया जाएगा। वरिष्ठ अधिवक्ता श्याम जी प्रसाद गोंड़ ने कहा की इतिहास हमेशा बलिदानों को याद करता है अंग्रेजों के छक्के छुड़ाने एवं भारत माँ को आजाद कराने में महारानी दुर्गावती ने अपने प्राण न्योछावर कर दिए वरिष्ठ समाजसेवी सत्यनारायण प्रसाद ने कहा कि देश की आन बान शान के लिए हमारे भारतवर्ष के वीरागंनाओ ने समय-समय पर अपने रणकौशल एवं पराक्रम का परिचय देते हुए दुश्मनों के छक्के छुड़ाए हैं हुकूमती साम्राज्य को समाप्त करने एवं गुलामी की जंजीरों को तोड़ने का कार्य महारानी दुर्गावती ने कर दिखाया समर्पण की भावना को लिए महारानी दुर्गावती ने देश की रक्षा करते हुए अपने प्राणों की आहुति दे दी आज पूरा भारतवर्ष उनके इस बलिदान को जन्मोत्सव के रूप में मनाते हुए अपने आप को गौरवान्वित महसूस कर रहा है। इस मौके पर वरिष्ठ अधिवक्ता दीपक कुशवाहा, अंगद कुशवाहा, पंकज यादव, मुकेश पाल, राजकुमार गोंड़, कार्यक्रम की अध्यक्षता रामजनम गोड़ एवं संचालन वरिष्ठ अधिवक्ता श्याम जी प्रसाद गोंड़ ने किया।