Chandauli News: अखिल भारतीय कायस्थ महासभा चंदौली इकाई कैम्प कार्यालय में मुंशी प्रेमचंद जी की जयंती धूमधाम से मनाई गई
पीडीडीयू नगर: मुंशी प्रेमचंद जी की जयंती के पूर्व संध्या पर दिन रविवार को अखिल भारतीय कायस्थ महासभा जनपद चंदौली इकाई के कैम्प कार्यालय में मनाई गई। सर्वप्रथम मुंशी प्रेमचंद जी के तेल चित्र पर पदाधिकारियों द्वारा माल्यार्पण किया गया। तत्पश्चात उनके जीवन पर प्रकाश डाला गया। संस्था के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष रत्न कुमार श्रीवास्तव ने कहा कि आधुनिक काल में उनके जैसा उपन्यासकार, कथाकार नहीं था। उनकी रचनाएं आज भी जीवित और सत्य प्रतीत होती है।
संस्था के राष्ट्रीय सचिव संजय श्रीवास्तव ने कहा कि मुंशी प्रेमचंद जी उस समय के समाज में हो रही घटनाओं को अपने उपन्यास में लिखा, गोदान ,गबन,नमक का दरोगा आदि। अगर वो आज जीवित होते तो भारत के वर्तमान स्थिति में घटित हो रही घटनाओं जैसे, बलात्कार, सम्प्रदायिक भेदभाव, जैसे उन कुरीतियों पर भी रचना लिखी जाती जो वर्तमान समाज में घटित हो रही है। राष्ट्रीय राजनीतिक प्रकोष्ठ के प्रदेश महामंत्री डा0 आंनद श्रीवास्तव ने कहा कि इनका जन्म 31जुलाई 1880 वाराणसी स्थित ग्राम लमही में हुआ था, वो अपने जीवन पर्यन्त साहित्य से जुड़े रहे और उनकी मृत्यु 8 अक्टूबर 1936 में हुई। जिला अध्यक्ष देवेन्द्र कुमार श्रीवास्तव ने कहा कि मुंशी प्रेमचंद जी कायस्थ कुल में जन्म लिया यह हम लोगों के लिए गौरव की बात है।
महामंत्री सुनील श्रीवास्तव ने कहा कि मुंशी प्रेमचंद जी के पिता का नाम अजायब राय एवं माता का नाम आंनदी देवी था। जो एक साधारण कायस्थ परिवार से ताल्लुक रखने वाले थे। इस अवसर सर्व श्री वाराणसी मंडल प्रभारी राकेश कुमार श्रीवास्तव, प्रदीप कुमार सक्सेना, सतीश कुमार श्रीवास्तव, विरेन्द्र कुमार वर्मा, बिन्द श्रीवास्तव, नीरज कुमार वर्मा, उमेश चन्द्र श्रीवास्तव, गुलाब लाल श्रीवास्तव, संजीव कुमार श्रीवास्तव, प्रदीप कुमार श्रीवास्तव, राजेश कुमार श्रीवास्तव आदि मौजूद थे।