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चंदौली

Breaking Chandauli: चंदौली मुख्यालय स्थित शुभम वाटिका में रामायणम परिवार की ओर से श्री राम कथा का आयोजन किया गया

चंदौली: चंदौली मुख्यालय स्थित शुभम वाटिका में रामायणम परिवार की ओर से भव्य श्री राम कथा का आयोजन किया गया। कथावाचक आचार्य शांतनु महाराज श्रोताओं को भगवान श्री राम की सुंदर कथा का विस्तार पूर्वक वर्णन किया गया। दिन गुरुवार की देर रात्रि कथावाचक आचार्य शांतनु महाराज ने भगवान श्री राम की सुंदर कथा का वर्णन कर उपस्थित श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया उन्होंने कहा कि भगवान को प्राप्त करने के लिए किसी प्रकार के आडंबर की आवश्यकता नहीं है। भगवान को आप प्रेम पूर्वक जिस स्थिति में हैं। उसी स्थिति में सुमिरन करके प्राप्त कर सकते हैं भगवान की आराधना निस्वार्थ भाव से करनी चाहिए जिस प्रकार एक नन्हा बालक अपने माता-पिता से ज़िद कर अपनी बात को पूरा कराता है, ठीक उसी प्रकार भक्तों के मन में भी बालक जैसा हृदय का होना आवश्यक है। भगवान छल कपट से प्राप्त नहीं होते है।

श्री महाराज ने कहा कि जिस समय भगवान इस धरा धाम पर माता कौशल्या के अवतरित हुए थे। उस समय आकाश लोग सभी देवताओं ने पुष्प वर्षा कर उनका स्वागत किया था। भगवान के जन्म लेते ही पूरे अयोध्यावासी जो जैसे था, उसी प्रकार भगवान के दर्शन के लिए दौड़ गए कथावाचक महाराज के मुखारविंद से भगवान के बाल स्वरूप की सुंदर कथा का वर्णन सुन उपस्थित श्रोता भाव विभोर हो गए। उन्होंने कहा कि भगवान की भक्ति के लिए दौड़ना पड़ता है भक्ति और भजन के पीछे जो भक्त जितना दौड़ता है, संसार में उसकी ख्याति अमर होती है।

कथावाचक में नामकरण की चर्चा करते हुए कहा कि बालक का नाम बुजुर्गों विद्वानों पुरोहितों की सलाह पर रखना उत्तम होता है। राजा दशरथ के चारों पुत्रों का नामकरण गुरु वशिष्ठ से पूछ कर रखा गया तत्पश्चात चारों भाई गुरुकुल पढ़ने के लिए गए पहले लोग अपने बच्चों को गुरुकुल में शिक्षा ग्रहण करने के लिए भेजते थे। इससे बच्चों में शिक्षा के साथ ही संस्कार विकसित होता था वर्तमान में बच्चे शिक्षित तो हो रहे हैं, लेकिन समझदार नहीं बन रहे हैं नए भारत के निर्माण के लिए बच्चों को शिक्षा के साथ ही संस्कारवान बनाना भी जरूरी है समाज के प्रत्येक लोगों का यह दायित्व बनता है कि अपने बच्चों को पैसा कमाने की मशीन ना बनाएं आचार्य जी ने कहा कि जिसको भी अपने जीवन रूपी यज्ञ की रक्षा करनी हो उसे भगवान राम और लक्ष्मण बनना पड़ेगा राम का अर्थ सत्य और लक्ष्मण वैराग्य समर्पण और त्याग है। इससे आपका मानव जीवन सार्थक होगा और जीवन में सत्य की सुगंध आएगी।
 
इस अवसर पर पूर्व विधायक साधना सिंह, ब्लॉक प्रमुख संजय सिंह, बबलू राघवेंद्र सिंह, हरि चरण सिंह टुनटुन डिस्ट्रिक्ट बार एसोसिएशन के महामंत्री राजबहादुर सिंह, टिंकल, रिंकू, राजेश सिंह, प्रेम जायसवाल, धीरज सहित बड़ी संख्या में महिलाएं एवं पुरुष उपस्थित रहे आचार्य शांतनु महाराज ने भगवान श्री राम के जन्म उत्सव से कथा की शुभारंभ की आयोजक मंडल सहित अन्य लोगों ने आचार्य शांतनु महाराज का माल्यार्पण कर उनका वंदन किया

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