Breaking Varanasi: कैंसर लाइलाज नहीं” जरूरत है सही समय पर सही इलाज: डॉ आनंद श्रीवास्तव

वाराणसी: वर्ल्ड कैंसर डे पर दिन शनिवार को नारायण मृत्युंजय सोसाइटी से जुड़े सर्वाइवर के द्वारा कैंसर जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन वाराणसी के अस्सी घाट पर “सुबह बनारस” के मंच पर हुआ जिसमें लगभग 500 लोगों ने अलग-अलग समय पर कार्यक्रम मे अपनी उपस्थिति दर्ज कराई कार्यक्रम प्रमुख रूप से सुबह बनारस के गंगा आरती मंगलाचरण प्रभाती योगाभ्यास के साथ शुरू हुआ तत्पश्चात डॉक्टर आनंद श्रीवास्तव,डॉक्टर रेनू महतानी अजय मिश्रा डॉ मनीषा शुक्ला डॉक्टर गौरी मालवीय नीलू मिश्र एथलीट गुरमीत राजपाल गौरव सुनील आदि ने लोगों को जागरूक करने के लिए अपने अपने अभिभाषण में महत्वपूर्ण बातें बताई वरिष्ठ दंत चिकित्सक डॉ आनंद श्रीवास्तव ने गुटका पान तंबाकू के सेवन से खराब होने वाले मुंह ,दांत जीभ, के साथ ही कैंसर के कारक इन वस्तुओं का सेवन ना करने की सलाह दी। डॉ आनंद ने अपने वक्तव्य में मुंह के कैंसर पर विशेष रूप से बताया कि मुंह का कैंसर एक आम कैंसर है जो ज्यादातर पान तंबाकू बीड़ी गुटखा खाने से होता है तो आज ही पान तंबाकू बीड़ी गुटखा का परित्याग करें और अपने जीवन को स्वस्थ बनाए। डॉ आनंद ने बताया कि कैंसर लाइलाज बीमारी नही है। जरूरत है समय पर उचित इलाज।

डॉ रेनू महतानी जो कि कार्डियोलॉजिस्ट हैं उन्होंने बताया कि विटामिन डी और b12 की कमी से कैंसर रोग होने की संभावना रहती है तो इसे संतुलित करने के लिए अपने जीवन में विटामिन डी की मात्रा दवा के माध्यम से लेकर विटामिन डी को मेंटेन रखा जा सकता है। आपने योग प्राणायाम पर भी जोर देते हुए कहा की दैनिक जीवन में योग प्राणायाम करने से स्ट्रेस नहीं होता है और यह सभी को करना चाहिए।मनोचिकित्सक अजय मिश्रा ने लोगों को कहा चिंता मुक्त रहकर अपनी मुस्कान बरकरार रखें और कैंसर से भयमुक्त होकर अपना इलाज कराएं। इस कार्यक्रम में सुबह बनारस के डॉ रत्नेश वर्मा जी डॉक्टर राजेश्वर आचार्य (पद्मश्री), डॉक्टर प्रीतेश आचार्य, डॉ विजय प्रकाश मिश्रा, का पूरा सहयोग रहा।सुबह बनारस का मंच कैंसर सरवाइवर्स, डॉक्टर्स को दिया गया, जिससे अस्सी घाट से गुजरने वाली आवाज तुलसी घाट से लेकर चेत सिंह घाट तक पहुंची कि कैंसर लाइलाज नहीं है उचित इलाज से कैंसर ठीक हो सकता है। इस अवसर पर स्माइल फाउंडेशन सिगरा के वॉलेंटियर्स महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ के एमएसडब्ल्यू के शोध छात्र, छात्राएं भी मौजूद थे, आपका भी सहयोग अमूल्य था, आपने स्लोगन के माध्यम से लोगों के बीच में कैंसर जागरूकता के लिए अपनी बात रखी ।कार्यक्रम में रविकांत, अमन प्रिया, शिवम, अंकिता, अंजली, अर्चना, अवनीश डॉ नीलम, डॉ अनिल त्रिपाठी, संतोष, रामवचन एवम् अन्य उपस्थित रहे। जिन्होंने इस कार्यक्रम को सफल बनाने में योगदान दिया।