Chandauli News: सैम हास्पिटल में इंदिरा आईवीएफ सेंटर का भव्य उद्घाटन भदोही सांसद डा. विनोद बिंद ने फीता काटकर किया


चंदौली: दिल्ली, मुम्बई, लखनऊ व वाराणसी जैसे महानगरों के बाद अति पिछड़े जनपद चंदौली में भी निःसंतान दम्पत्तियों के सपनों को साकार करेगा। मुख्यालय स्थित दिन रविवार को स्मृति शेष डा.बबुआ द्वारा स्थापित सैम हास्पिटल के माध्यम से इंदिरा आईवीएफ सेंटर का भव्य उद्घाटन भदोही सांसद डा. विनोद बिंद ने फीता काटकर किया।
इस दौरान हास्पिटल के प्रबंध निदेशक डा.एसजी इमाम ने इंदिरा आईवीएफ के बारे में विस्तार पूर्वक जानकारी साझा की। जनपदवासियो के लिए चिकित्सा के क्षेत्र में यह एक बड़ी उपलब्धि हैै। जिला चंदौली को पहला इन विट्रो फर्टिलाइजेशन (आईवीएफ) सेंटर की सौगात मिली है। इस नई पहल से हजारों निःसंतान दंपतियों को लाभ मिलेगा। भाजपा सांसद डा. विनोद बिंद ने कहा कि यह एक ऐतिहासिक क्षण है। यह न सिर्फ चंदौली बल्कि पूरे पूर्वी उत्तर प्रदेश व बिहार के लोगों के लिए भी सुनहरा अवसर है। क्योंकि यह केंद्र निःसंतान दंपतियों के जीवन में खुशियां लौटाने का कार्य करेगा।

सांसद बिनोद बिंद ने कहा कि स्वास्थ्य सेवाओं की सुलभता व गुणवत्तापूर्ण इलाज हर नागरिक का अधिकार है। इस दिशा में यह एक सराहनीय पहल है। सांसद ने अस्पताल प्रबंधन को बधाई दी। उम्मीद जताई की यहा आने वाले मरीजों को उचित देखभाल के साथ ही सहानुभूतिपूर्ण इलाज की सुविधा मिलेगी। प्रबंध निदेशक डा. एसजी इमाम बताया कि इस आईवीएफ सेंटर में विश्वस्तरीय तकनीकों का प्रयोग किया जाएगा। यहां पर इलाज की लागत अन्य शहरों की अपेक्षा काफी कम होगी। उन्होंने कहा कि हमारा लक्ष्य है कि आम आदमी को भी उच्च गुणवत्ता की स्वास्थ्य सेवा प्राप्त हो। इसलिए हमने इलाज की दरें इतनी तय की हैं कि किसी को आर्थिक तंगी के चलते इलाज से वंचित न होना पड़े। उन्होंने घोषणा किया कि शुरुआती कुछ महीनों में आने वाले मरीजों के लिए विशेष छूट योजना चलाई जाएगी।
आईवीएफ सेंटर की प्रमुख महिला एवं प्रसुति रोग विशेषज्ञ डा. अज्मे जेहरा ने बताया कि जनपद चंदौली का यह पहला केंद्र है, जो पूर्ण रूप से आईवीएफ तकनीक से लैस है। यहां आने वाले मरीजों को पूरी गोपनीयता, उचित मार्गदर्शन व उन्नत तकनीकी सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएगी। कहा कि हम न सिर्फ आईवीएफ बल्कि आईयूआई, आईसीएसआई, एग फ्रीजिंग जैसी सभी आधुनिक सेवाएं उपलब्ध कराएंगे। इसका लाभ जनपद सहित आसपास के ग्रामीण इलाकों व बिहार के सीमावर्ती जिलों के दंपतियों को भी मिलेगा। जिले के लोगों ने इस पहल का स्वागत किया है। आईवीएफ सेंटर जिले में स्वास्थ्य सेवाओं के स्तर को नई ऊंचाई पर ले जाने वाला है। यह केंद्र न केवल उपचार प्रदान करेगा। बल्कि लोगों में जागरूकता भी फैलाएगा कि बांझपन कोई लाइलाज समस्या नहीं है। इसका इलाज अब उनके अपने ही जिले में उपलब्ध हैं। चंदौली में इंदिरा आईवीएफ सेंटर की शुरुआत एक सकारात्मक पहल है, जो क्षेत्र के चिकित्सा परिदृश्य को बदल सकती है। यह केंद्र तकनीकी दक्षता, अनुभवी चिकित्सकों और मानवीय दृष्टिकोण के साथ हजारों परिवारों को संतान सुख की ओर एक नई आशा की किरण जगाई है।