Chandauli News: नगर सड़क चौड़ीकरण संघर्ष अभियान का संयुक्त एक प्रतिनिधि मंडल जिलाधिकारी से मिलकर मुख्यमंत्री को संबोधित पत्रक सौंपा

चंदौली: पीडीडीयू नगर सड़क चौड़ीकरण संघर्ष अभियान के नेतृत्व में अधिवक्ता संतोष कुमार पाठक, सोनू सिंह राजपूत, अजय यादव, पवन सिंह जी, योगेश अभी संयुक्त एक प्रतिनिधि मंडल शुक्रवार को चंदौली जिलाधिकारी निखिल टीकाराम फुंटे से मिला। इस दौरान पीडीडीयू नगर में बनाए जा रहे सड़क को लेकर चर्चा की। साथ ही मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को संबोधित पत्रक सौंपा।
अधिवक्ता संतोष कुमार पाठक एडवोकेट ने कहा कि पंडित दीनदयाल उपाध्याय नगर के पुराना जीटी रोड राज्य मार्ग संख्या 120 से जनपद चंदौली के लोग ही नहीं बल्कि बिहार के लाखों लोग रोज वाराणसी आते जाते हैं। पंडित दीनदयाल उपाध्याय नगर में एक बड़ा जंक्शन है। इससे दूसरे प्रदेशों को लोग भारी संख्या में आते जाते है। इसकी वजह से इस नगर में रोज भयंकर जाम लगता है। एंबुलेंस घंटों फंसी रहती हैं। वहीं छोटे बच्चों की स्कूली बसें घंटों तक इस जाम में फंस जाती है।
उन्होंने बताया कि वाराणसी के मोहनसराय से पंडित दीनदयाल उपाध्याय नगर चकिया मार्ग तक सिक्स लेन सड़क हेतु राज्य मार्ग संख्या 120 के चैनल 21 से 32.235 तक पूरे 11.235 किलोमीटर की चौड़ीकरण व सुदृढीकरण का कार्य चल रहा है। लेकिन पंडित दीनदयाल उपाध्याय नगर में गुरुद्वारा से चैनेज 28 से 29 तक एक किलोमीटर जहां की भयंकर जाम लगता है जो की मुगलसराय बाजार है वहां छह लेन नहीं बनाया जा रहा है। जबकि नगर में फोरलेन पहले से बना हुआ है। इस सड़क निर्माण से जाम की समस्या जस की तस बनी रहेगी। मांग किया की पंडित दीनदयाल उपाध्याय नगर में राज्य मार्ग संख्या 120 के चौनेज 28 से 29 तक भी यानि मुगलसराय नगर में भी सड़क चौड़ीकरण हो साथ ही रेलवे ब्रिज को भी सिक्स लेन बनाने हेतु आवश्यक कार्रवाई की जाए।
जिलाधिकारी ने बताया कि अभी जो काम चल रहा है। आप लोगों की मांग पर हमने शासन को सुभाष पार्क से गंजी प्रसाद चकिया तिराहे तक फ्लाई ओवर का प्रस्ताव भेजा है। इसी सोमवार को मैं पुनः लखनऊ जा रहा हूं। वहां प्रमुख सचिव व पीडब्ल्यूडी विभाग के प्रमुख सचिव से इस प्रस्ताव पर पुनः जोर दूंगा की जल्दी से जल्दी इसी वित्तीय वर्ष में इस फ्लाई ओवर की स्वीकृति मिल जाए। इस मौके पर अध्यक्ष राम बदन पाल, डा. राममूरत पाल, चंद्रशेखर पटेल, रामजतन राज पटेल, रवि शेखर पटेल आदि मौजूद रहे।