सकलडीहा: केंद्र सरकार से लेकर राज्य सरकार नौ निहालों के स्वास्थ्य को लेकर जहां लाखों रुपए खर्च कर रही है वहीं बाल पुष्टाहार विभाग तथा आगनबाड़ी शासन के निर्देशों को ताख पर रख कार्य कर रही हैं जानकारी के अनुसार बहरवानी गांव के ग्रामीणों ने अधिकारियों से शिकायती पत्र के माध्यम से आंगनबाड़ी के ऊपर बच्चों के राशन न वितरित करने तथा आंगनबाड़ी केंद्र होने के बावजूद भी 4 वर्षों तक अपने घर में मनमाने तरीके से केंद्र संचालन करने का आरोप लगाया है।
ग्रामीणों के महीनों शिकायत बाद सीडीपीओ को जांच करने की सुध आई जिस पर बुधवार को सीडीपीओ ने मौके पर पहुंचकर मामले की जानकारी की मौके पर ग्राम प्रधान जेपी चौहान एवं शिकायतकर्ता डॉ बी. के. सिंह यादव ने सीडीपीओ अवधेश कुमार को बताया कि कई बार समझाने के बाद भी आंगनबाड़ी चंद्रकला अपने मनमाने तरीके से आंगनबाड़ी केंद्र होने के बावजूद भी अपने घर में केंद्र संचालित करती हैं वहीं बच्चों एवं गर्भवती महिलाओं को वितरण करने के लिए विभिन्न सामग्री केवल कागजों में वितरित कर विभाग एवं बच्चों के साथ खिलवाड़ करती हैं।
शिकायतकर्ता बीके सिंह यादव ने बताया कि जब विभाग के अधिकारियों को ही जांच करने की फुर्सत नहीं है तो देश के नौ निहालों के साथ न्याय कौन दूर कर पाएगा सूत्रों की माने तो विकासखंड सकलडीहा में खुले तौर पर गर्भवती एवं आंगनवाड़ी बच्चों को बांटने के लिए रिफाइन सहित अन्य सामान दुकानदारों के पास देखने को मिल जाएगा विभाग की मेहरबानी से आंगनबाड़ी से लेकर सुपरवाइजर तक अच्छी खासी रकम तय की गई है इस बाबत सीडीपीओ अवधेश कुमार संबंधित मामले में बताने से कतराते नजर आए।