चंदौली: पुलिस अधीक्षक डा0 अनिल कुमार द्वारा गम्भीर अपराधों की रोकथाम व अनावरण हेतु दिये गये निर्देशों के अनुपालन में विनय कुमार सिंह अपर पुलिस अधीक्षक व रामवीर सिंह क्षेत्राधिकारी सदर के पर्यवेक्षण में विगत 17 अगस्त को ग्राम सोगाई स्थित नाले में मिली एक अज्ञात महिला की लाश के सम्बन्ध में थाना स्थानीय पर पंजीकृत किया गया था। बरामद शव का खुलासा प्रभारी निरीक्षक संतोष कुमार सिंह के कुशल नेतृत्व में गठित टीम में शामिल निरीक्षक श्रीकान्त पाण्डेय, उ0नि0 जमीलुद्दीन खान, हे0का0 धर्मेन्द्र कुमार, का0 सुधांशु यादव, का0 अजय पटेल की मदद से विवेचना व साक्ष्य संकलन की मदद से किया गया।
हत्या में शामिल अभियुक्तों को गिरफ्तार कर पुलिस ने जेल भेज दिया प्रभारी निरीक्षक ने बताया कि हत्या में शामिल वांछित अभियुक्त की तलाश की जा रही थी मुखबिर खास की सूचना पर अभियुक्तों को भाटिया मोड़ के पास से गिरफ्तार कर लिया गया बताते चलें कि विगत दिनों पुलिस को बोरे में एक शव बरामद हुआ था पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर घटना का खुलासा करने में जुट गई। पुलिस ने बताया कि उक्त महिला के पति चन्द्रशेखर व राकेश विश्वकर्मा ने मिलकर हत्या की थी पकड़े गए अभियुक्त चन्द्रशेखर पुत्र रामधनी निवासी ग्राम सोगाई व राकेश विश्वकर्मा पुत्र शर्माजीत विश्वकर्मा निवासी हैंदरगंज जंगल धूसर थाना पिपराईच जिला गोरखपुर को संबंधित धारा में चालान कर जेल भेज दिया गया।
अभियुक्त चन्द्रशेखर ने बताया कि साहब “मृतका बबिता मेरी पत्नी थी उससे मैं काफी परेशान हो गया था। उसने मेरे व मेरे घर वालों के खिलाफ दो मुकदमे दहेज के लिखवा दिया था। किसी तरह मुकदमे मे सुलह करके मुम्बई ले गया था। तब भी उसके बर्ताव मे बदलाव नही आया तो मै अपने साथी राकेश विश्वकर्मा के साथ जान से मारने का प्लान बनाया था 11/08/2023 को मुम्बई से बबिता व अपनी बेटी रितिका तथा मेरा दोस्त राकेश विश्वकर्मा को साथ लेकर चन्दौली अपने घर आया और 12/08/2023 की रात्रि मे ही बबिता से कहा सुनी हुई तब मैं गुस्से मे आकर बबिता को गिराकर गला दबाया और जब ज्यादा छटपटाने लगी तो राकेश ने उसका पैर पकड़कर दबाये रखा और जब बबिता मर गयी तो लाश को बोरे मे भरकर गांव के बाहर स्थित नाले मे फेंक दिया।
अभियुक्त राकेश विश्वकर्मा द्वारा पूछताछ पर बताया गया कि साहब मैं गोरखपुर का रहने वाला हूं मुम्बई मे रहकर लोहे की फैक्ट्री मे नौकरी करता हूँ। वहीं पर मेरी मुलाकात चन्द्रशेखर से हुई थी। मैं चन्द्रशेखर को चार-पांच साल से जानता हूं। पिछले महीने चन्द्रशेखर अपनी पत्नी बबिता व बेटी रितिका को लेकर मुम्बई गया था और काफी परेशान रहता था। तब सारी बातें मुझे बताई और मारने का प्लान बनाया। पुलिस टीम प्रभारी निरीक्षक संतोष कुमार सिंह, श्रीकान्त पाण्डेय उ0नि0, जमीलुद्दीन खान, धर्मेन्द्र सरोज का0, अजय पटेल का0, सुधांशु यादव आदि शामिल रहे।