Chandauli News: जिला न्यायालय एवं जिला मुख्यालय निर्माण का आंदोलन अनवरत 35वें दिन तक जारी
चंदौली: जिला न्यायालय एवं जिला मुख्यालय निर्माण का आंदोलन शुक्रवार को अनवरत 35वें दिन जारी रहा। इस दौरान सिविल बार एसोसिएशन ने न्यायालय निर्माण संघर्ष समिति के आंदेालन के समर्थन में हड़ताल का ऐलान किया और आंदोलन को जायजा ठहराया। सुबह अधिवक्ताओं ने राष्ट्रगान के बाद चंदौली कचहरी परिसर का चक्रमण किया। इस दौरान जिला प्रशासन व स्थानीय जनप्रतिनिधियों के खिलाफ विरोध में जमकर नारेबाजी भी की। इस अवसर पर अधिवक्ता सिविल बार एसोसिएशन के महामंत्री अनिल सिंह ने कहा कि न्यायालय निर्माण संघर्ष समिति अधिवक्ताओं के सम्मान व हित के लिए आंदोलन कर रही है। जहां भी अधिवक्ताओं के सम्मान की बात आएगी मैं उसके साथ खड़ा हूं। हम सभी एक हैं और आगे भी एक ही रहेंगे। हमें तोड़ने का प्रयास करने वालों को मुंह तोड़ जवाब दिया जाएगा।
पूर्व उपाध्यक्ष अमित सिंह द्ददू ने कहा कि यह आंदोलन पूरी तरह से जायज है अगर जल्द ही जनप्रतिनिधि जिले का विकास सुनिश्चित नहीं कराते हैं तो हम सभी लोग मिलकर न्यायालय निर्माण संघर्ष समिति के बैनर तले ऐसे जनविरोधी राजनेताओं को सबक सिखाने का काम करेंगे। अध्यक्ष जन्मेजय सिंह ने कहा कि आगामी 22 अगस्त 2023 को न्यायालय निर्माण संघर्ष समिति अपने दुख को प्रधानमंत्री से बताने के लिए पीएमओ कार्यालय वाराणसी जाएगी। वहां एक दल पत्रक के जरिए जिले की समस्याओं व अपनी मांगों को मजबूती के साथ रखने का काम करेगा। उसके बाद भी अगर कोई कार्यवाही नहीं हुई तो यह मान लिया जाएगा कि प्रधानमंत्री तक चंदौली की आवाज को पहुंचाने से रोका गया है।
ऐसी दशा में छह सितंबर को चंदौली से दिल्ली की पदयात्रा का कार्यक्रम अमल में लाया जाएगा, जिसमें अधिवक्ताओं के साथ आमजन पैदल चलकर दिल्ली पहुंचेंगे ओर पीएम से मुलाकात कर चंदौली की समस्याएं गिनाने का काम करेंगे। इस अवसर पर इन्दिरा तिवारी, देवराज मौर्य, बजरंगी सिंह यादव, दिनेश यादव, जन्मेजय सिंह, अमित कुमार त्रिपाठी, अभिनव आनन्द सिंह, सत्येंद्र बिंद, प्रवीण कुमार सिंह, रामसुधार प्रजापति, महेंद्र चतुर्वेदी, समीर फारूकी, अरुण दुबे, अरुण श्रीवास्तव, मोहम्मद अकमल, रमाकांत पांडेय, पवन दुबे, पवन तिवारी, प्रवीण तिवारी, सोनू शेख, राजन मौर्य, संजीव श्रीवास्तव, रामकृत, संदीप सिंह, योगेश सिंह लड्डू, फिरोज खान, हरेन्द्र सिंह, नवीन सिंह, हिटलर सिंह, नीरज सिंह, चन्द्रभूषण यादव, राजेंद्र प्रसाद, रमाशंकर यादव आदि उपस्थित रहे। सभा समाप्ति की घोषणा शेषबदन सिंह व संचालन प्रवीण सिंह यादव ने किया।