वाराणसी: जिला ग्राम्य विकास संस्थान, परमानंदपुर में सोमवार को वीरांगना रानी लक्ष्मीबाई बालिका आत्मरक्षा विषयक 6 दिवसीय प्रशिक्षण के चतुर्थ बैच का दीप प्रज्वलित कर उद्घाटन करते हुए प्रभारी जिला प्रशिक्षण अधिकारी अमरनाथ द्विवेदी ने प्रशिक्षुओं के बीच कहा की बालिकाओं में शिक्षा के साथ उनमें आत्मरक्षा, आत्मसुरक्षा और आत्मबल विकसित करना ही इस प्रशिक्षण का मूल उद्देश्य है। शासन के मंशा के अनुरूप यह प्रशिक्षण ग्यारह से चौदह वर्ष के स्कूली बालिकाओं को दिया जाना है।
जहां चंदौली जनपद के शहाबगंज, नियामताबाद, सकलडीहा, चन्दौली सदर और बरहनी ब्लाक के 60 व्यायाम शिक्षकों को यहां प्रशिक्षण दिया जा रहा है। यही प्रशिक्षुगण अपने-अपने विद्यालय पहुंचकर बालिकाओं को आपात संकट परिस्थितियों से निपटने के लिए आत्मरक्षार्थ कौशल विकसित करने का काम करेंगे। वहीं कार्यक्रम को आगे बढ़ाते हुए मास्टर ट्रेनर सुरेश पाण्डेय ने कहा की समाज में बालिकाओं को आगे बढ़ाने के लिए उनमें भयमुक्त वातावरण बनाए रखने के लिए यह प्रशिक्षण बहुत ही महत्वपूर्ण है।
इसलिए सभी प्रशिक्षु पूरी निष्ठा के साथ यह प्रशिक्षण लेने का काम करें। जिससे सरकार की मंशा पूरी हो सके। इस दौरान ताईक्वांडो के मुख्य प्रशिक्षक अरविंद कुमार सिंह और सहायक प्रशिक्षक सुमित कुमार ने प्रथम दिन प्रशिक्षण में आत्मरक्षा के कई कौशल को प्रैक्टिकल के माध्यम से बताया। प्रशिक्षण में रीता पाल, दिलीप कुमार, मनोज कुमार, अभिनव सिंह, विकास यादव, प्राची सिंह, रश्मिलता सिंह, कामिनी सिंह, सुमनलता, आशा देवी सहित आदि की मौजूदगी रही।