Breaking Chandauli: बदलता चंधासी, सवरता चंधासी, निखरता चंधासी, स्वाभिमानी चंधासी जहां सीएम योगी के जीरो टॉलरेंस की नीति का उड़ाई जा रही धज्जियां
पीडीडीयू नगर: सीएम योगी के जीरो टॉलरेंस की उड़ रही चंदौली में धज्जियां, भ्रष्टाचार पर खामोश जनप्रतिनिधी और अधिकारी आखिर जिम्मेदार कौन। हम बात कर रहे, उस धूल भरी चंधासी की, विडम्बना यह है कि मिनी महानगर के समीप स्थित चंधासी कोल मंडी में किसी जनप्रतिनिधि द्वारा आज तक कोयले से मिश्रित काली धूल से हो रही प्रदूषण को लेकर आवाज नही उठ रही दुर्भाग्य है कि मुगलसराय का नाम बदलकर पंडित दीनदयाल उपाध्याय नगर नाम रखा गया है। जिसका जीता जागता उदाहरण आज भी बदलता चंधासी, सवरता चंधासी, निखरता चंधासी, स्वाभिमानी चंधासी दिख रहा है।
जहां पीडीडीयू नगर में स्तिथ चंधासी कोयला मंडी के नाम पर उक्त सड़क के महज 1 किलोमीटर का शिलान्यास 31 जुलाई 2021 को चंदौली सांसद व केंद्रीय मंत्री डॉक्टर महेंद्रनाथ पांडेय जी द्वारा 6 करोड़ 21 लाख 32 हजार रुपए से शिलान्यास पट लगाकर किया गया था। जिस कार्य को नवंबर 2021 में ही पूर्ण किया जाना था। लेकिन उक्त योजना राशि में से 60 प्रतिशत की धनराशि भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गई। चल रहे इस योजना को अगले सिक्स लेन योजना से जोड़कर कार्य को रोक दिया गया और लगभग 3 करोड़ रुपए से ऊपर की राशि में जमकर बंदर बाट मचाया गया। जहां सीएम योगी के जीरो टॉलरेंस की धज्जियां उड़ता नजर आ रहा है, भ्रष्टाचार पर खामोश जनप्रतिनिधि और अधिकारी, आखिर जिम्मेदार कौन
चंधासी कोयला मंडी में महज 1 किलो मीटर के जीटी रोड की बात करे तो यहां पर 24 घंटे धूल उड़ा करती है। इससे नगरवासियों सहित राहगीरों को कई बड़ी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। जिले व नगर की जनता ने प्रदेश सरकार से जांच कर दोषी के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की थी। जिस पर कोई कार्यवाही नहीं हुई जो चंधासी की समस्या जनपद चंदौली के लिए ज्यादा घातक बनता जा रहा है, जहा लोगो के स्वास्थ्य को लेकर बहुत ही खतरनाक साबित हो रहा हैं। नगर के इस कोल मंडी से हो रहे प्रदूषण से विभिन्न प्रकार की गंभीर बीमारियों के फैलने का अंदेशा भी जताया जा रहा है।